तलेगांव दशासर।।स्थानीय ग्राम पंचायत के रोजगार सेवक द्वारा पिछले दिनों अपने पद से इस्तीफा देना यहाँ के मनरेगा के मजदूरों को भारी दिक्कत भरा मामला बन गया है।बता दे कि पिछले दिनों से ग्राम में ग्राम पंचायत प्रशासन व ग्रामवासियों के बीच किसी ना किसी बात को लेकर बड़ा घमासान छिड़ा हुआ है जिसमे विशेष रूप से रोजगार सेवक पर घरकुल व सिंचाई कुँए के कथित भ्र्ष्टाचार के आरोप किये गए तो वही तीन दिनों तक इसके लिए अनशन भी किया गया।मगर यह सब राजनैतिक उठापठक का ही एक हिस्सा माना जाता हैं।उसी में इस राजनैतिक भागदौड़ में पिछले एक माह से भी अधिक समय से रोजगार सेवक की अनुपस्तिथि का खामियाज़ा भुगत रहे उन मजदूरों को उठाना पड़ रहा है जो अपनी तिहाडी मजदूरी नही मिलने से अपने बाल बच्चों के लिए दो वक्त की रोज़ी की चिंता में परेशान है।
क्या हुआ तेरा वादा।।।।।।।
बता दे कि यहाँ पर घरकुल व सिंचाई कुँए के अनुदानित योजना में कथित भ्र्ष्टाचार की जाँच की मांग के लिए बेमियादी अनशन 10 जून से शुरू कर चार दिनों तक 14 जून तक चला था।उस समय कथित अंशनकर्ताओ की मांग की जांच जिला समिति से कराने के आश्वासन के बाद अनशन छोड़ा गया तथा मनरेगा के मजदूरों की दैनन्दिन हाज़री व मस्टर के लिए 17 जून से प्रभारी रोजगार सेवक देने का भी प्रभारी बीडीओ.वानखड़े ने वहाँ हाज़िर मजदूरों के समक्ष कहि थी।किंतु आज एक सप्ताह के लगभग का समय बीतने के बाद भी मनरेगा मजदूरों की हाज़री व तिहाडी मजदूरी के रोजगार सेवक नही होने से उन गरीब व मजदूरी करने वाले तबके को भारी आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है।उन गरीब व मजदूरो ने प्रशासन से प्राथमिकता से रोजगार सेवक की नियुक्ति करने व उन्हें न्याय दिलाने की मांग की है जिससे उनकी हो रहे आर्थिक नुकसान की पूर्ति हो सके