तलेगांव दशासर।।कल रमजान माह का 26 वा रोज़ा था जिसको लेकर सभी समाज बंधुओं को बड़ी बेसब्री से इंतज़ार रहता है।इस 26 कि रात यानी 27 वी शब(रात) को शबे कद्र कहा जाता हैं जो कुरआन के मुताबिक हज़ार रातों से बेहतर है इस रात में अल्लाह की पाक किताब कुरआन उतरा था।रमजान माह के इस 26 वे रोज़े के समय मस्जिदों को रंगोरोगन कर रौशनाई कर सजाया जाता हैं तथा कल इस रात में गाँव की सभी मस्जिदों में भारी तादात में लोगो ने तरावीह के बाद इबादतों में रात गुजारी वही अपने गुनाहों की अपने रब से माफ़ी मांगी इस समय बच्चों,बुढो के साथ ही युवाओं की हाज़री अधिक रही।
आज जुमातुल विदा—-///
आज रमजान माह का आखरी जुमा(शुक्रवार) था जो सभी के लिए बडी शान व बरकत का है।इस जुमातुल विदा को जुमातुल विदा इसलिए कहा जाता है जुमा मतलब शुक्रवार और विदा यानी बिदाई होता है जिसमे अगले दो दिनों में ईद होंगी और रमजान माह का यह आखरी जुमा है इसलिए इसे जुमातुल विदा कहा जाता हैं।आज यहाँ की सभी मस्जिदों में जुमा की नमाज अदा की गई तथा रमजान माह की इबादतों व रोज़े आदि के कुबूल करने अल्लाह से दुआएं की गयीं इस समय मस्जिदों में भारी नमाज़ियों की तादात देखी गयी।