धामणगाव रेल्वे।।पिछले दिनों महाराष्ट्र भर में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया जिसमें भाजपा ने एकतरफा जीत दर्ज के महाराष्ट्र फतेह कर अपनी सत्ता बिठा दी है।अब आगामी दिनों में पिछले कुछ सालों से जिप,पंचायत समिति, महानगरपालिका,नगर परिषद चुनाव की आस में बैठे इच्छुको को चुनाव होने का रास्ता साफ़ गया ऐसा लग रहा था किंतु इन चुनावों को लेकर हरदिन नई नई खबरे आने से इच्छुकों के अरमानों का जोश उबलकर फिर बैठ रहा है।इन स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव को लेकर सभी अपनी उपस्तिथि हेतु तरह तरह के हतकंडे आजमाते देखे जा रहे है कुछ अतिउत्साहित लोग बैनरों पोस्टर व लोगो से अधिक मेलमिलाप हाय हैल्लो नमस्कार,आदाब करते भी देखे जा रहे हैं।अब इस महानगरपालिका, नगर पालिका, जिप व पंचायत समिति चुनाव को लेकर।राष्ट्रीय दलों के कार्यकर्ताओं के साथ ही निर्दलीयों की भी दौड़धूप दिखाई दे रही है जिसमे युवा व नवखे पार्टी जन इस दौड़ में सबसे आगे है ।मगर इन चुनावों की प्रतीक्षा और घोषणाओं की भरमार तथा आरक्षण की तारीख पे तारीख वाली स्तिथि इच्छुकों के सब्र के पैमाने को और लबालब करने से उनके अरमानों को झिंझोड़ कर रख रहा हैं।सभी को आस थी कि विधानसभा चुनावों के बाद जिप, महानगर पालिका, नगरपालिका व पंचायत समिति के चुनाव अब जल्द ही होंगे मगर इन चुनावों में हो रही देरी लोकसभा, विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकद व कुशलता से उन्होंने ने अपने पार्टी के प्रत्यशियों के लिए जी तोड़ मेहनत जो कि और क्यों न हो विधानसभा चुनाव की जीत उन्हें आगामी दिनों में होने वाले चुनाव की ललक व उत्सुकता इच्छुक लोगों की जमीनी स्तर पर उछल कूद उनकी आगामी नगर निगम, जिप, पंचायत समिति चुनावो में अपनी उमीदवारी को पक्का करने में सहायक होती है या फिर पार्टी का फ़ैसला ही उन्हें मानने मजबूर ना करदे यह आगामी समय ही बताएगा। फिर भी ज़िप,पं.स.,महानगर पालिका कि चुनावी बुखार कब बढे और चुनावी बिगुल कब बजे तथा अधिकृत घोषणा कब हो जिससे इच्छुकों के अरमानों को पूरा करने का मौका मिले और वह अपने द्वारा किये जाने वाले करतबों का लाभ उठाये है यह देखना है।मगर जिप,नगर निगमों व पंचायत समिति चुनावों की तारीखों में होने वाली देरी कहि जोश से भरे इच्छुकों के जोश के उबाल को कही ठंडा ना करदे या इस विलंब में इंतज़ार की घड़िया बीतना जाये इस कशमकश मे इच्छुकों देखा जा रहा है।