प्रभु श्रीराम के जिवन -दर्शन को लिपिबद्ध करने वाले आदिकवी महर्षि वाल्मीकि जी ने समुची मानव जाती को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के जिवन से परिचित कराते हुए ‘ रामायण ‘महाकाव्य की रचना की यह अमर
ग्रन्थ युगों युगों तक प्रेरणा देता रहेगा. एवं महार्षि वाल्मीकि जी के प्रगटोत्सव पर ग्रामीण रुग्णालय धामनगांव रेल्वे में वाल्मीकि मेहतर समाज की उपस्थिति में महाकवि महर्षि वाल्मीकि जी के प्रतिमा पर
मा.वैधकिय अधिक्षक डॉ.रहांगडाले मॅडम द्वारा पुजा कर पुष्पमाला अर्पित की गई एवं सहाय्यक अधिक्षक डॉ.साबडे सर, श्री सांबरे बाबु,लॅबटेक्निसियल श्री पोटे सर,श्रीसांळुंके सर,श्रीनिलेश जी वानखेड़े सर, अकरते मॅडम, वैष्णवी पाटणकर सीसटर,उशा मार्व,मोहन चावरे, श्री पंडित जी, एवं सभी उपस्थित
द्वारा महर्षि वाल्मीकि जी के प्रतीमा को पुष्पमाला अर्पित की गई एवं महर्षि वाल्मीकि प्रगटोत्सव पर वाल्मीकि मेहतर समाज तर्फ ग्रामीण रुग्णालय में भर्ती सभी रुग्ण पेशंट को सेब केले बिस्कुट फल -फृट बांटे गए
भगवान महर्षि वाल्मीकि प्रगटोत्सव उत्सव में दिपक राठी, संतोष हटवाल शेखर चिरावंडे राज राठी गोपाल लवारे गोलु बबन राठी विनोद चावरे कैलाश मार्व राजेश बोयत रवी पंवार राजु दुलीचंद मार्व सुरेश सोत्रे बबलू पंवार राजा लवारे जानी चावरे आकाश चिरावंडे अनील हटवाल मोहन चावरे संजु पंवार चेतन हटवाल अतुल सोत्रे अशोक बोयत कपिल राठी धरम हटवाल गोरव डागरे रोनक हटवाल बाबु हटवाल बाबु सोतरे, सरस्वती बाई राठी लता बाई चावरे किरण बाई डागरे
शोभा बाई बोयत पदमा बाई सोतरे सुनीता बाईं राठी सुषमा बाई जावे सितु बाई चावरे रिना बाई हटवाल रेखा बाई सोतरे ज्योती बाई डागरे , एवं सभी समाज बंधु यह कार्यक्रम उपस्थित थे महर्षि वाल्मीकि जी के प्रगटोत्सव पर वाल्मीकि मेहतर समाज की शैक्षणिक,आर्थिक, एवं सामाजिक, विकास पर दिपक राठी एवं समाज बंधुओं ने मार्गदर्शन किया एवं महर्षि वाल्मीकि प्रगटोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया एवं मिठाई बांटी गई