तलेगाव दशासर :-पिछले एक सप्ताह भर से आसमान पर बादलो के ढेंरो के चलते जहाँ तुअर प्रभावीत होने से उसकी उपज पर असर पडसकता हैं वही कपास पर किट प्रकोप देखने मिला था तो वही बादलो के चलते के बाद गुलाबी सर्दी का जोर कम सा हो गया हैं. इस बदराये मौसम व आज सुबह सवेरे हुई छुटपुट बरसात से भी सर्दी महसूस हो रही हैं. इस बदराये मौसम व घणे कोहरें कि वजह से तुअर पर रोग व कुछ फसले जलने लगी हैं तो वही रब्बी कि फसल चना तथा संतरा भी प्रभावीत हो रहा हैं.
खरीफ में किसानों को सोयाबीन ने धोका दिया व लगाई लागत भी नही निकल पायी अब तुअर व कपास के साथ ही चना,गेंहू से आस लगी हैं मगर मौसम के बदले तेवरो से व सर्दी कि लुकाछिपी,घणे कोहरे के चलते तुअर व चने को नुकसान पोहच रहा जिससे किसान फिर से चिंता कि खाई में गिरता दिखाई दे रहा हैं.क्षेत्र में अब रब्बी कि सिंचाई का दौर तेज हैं मगर इस बेमौसम बरसात के आणे के संकेत व कुछ क्षेत्र में हुई हलकी फुलकी बरसात से भी कटाई के मुंहाने पर खडी तुअर व फुल व खील रही चने कि फसल भी नुकसान कि दहलीज पर दिखाई दे रही हैं.