तलेगांव दशासर।।पिछले कुछ दिनों से ग्राम की बिजली व्यवस्था बद से बदतर ही नही तो लचर बनने से ग्राम वासी परेशान ही नही हलाकान हो गये है।यहाँ की बिजली व्यवस्था की इस कदर सितम ढाने जननिवन परेशान हो गया जिससे गर्मियों में तो वक्त बेवक्त की आंख मिचौली व आवाजाही से लोगों के महत्वपूर्ण कामो में व्यावधान डालने से लोग इस बिजली की बेरूखी से भारी कठिनाइयों से गुज़र रहे हैं।यहाँ की बिजली कब जायेंगी और कब आएंगी यह कहना बड़ी मुश्किल बात है वही बारिश व हवा में तो यहाँ पर बिजली का कोई ठिकाना ही नही रहता।जबकि इतनी बड़ी ज संख्या व सभी सुख,सुविधाओं का अंबार यहां है जिसमे अधिकांश बिजली पर ही निर्भर है वही दुकान,मकान या कार्यालय ही क्यों न हो सभी बिजली के भरोसे ही है मगर यहां बिजली विभाग लोगों के सब्र का इम्तेहान लेते दिखायी दे रहा है।वही इस।बिजली की मनमानी से जहाँ नन्हे मुन्ने बच्चे,बुज़ुर्ग,महिला व बीमार आदि को भारी तकलीफों से गुजरना पड़ता है तथा घरेलू कामो में भी गृहणियों के पसीने छूट ने उनके स्वाथ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।जब भी बिजली गुल होती है तब सम्बंधित अधिकारियों से पूछने पर ब्रेक डाउन,केबल टूटे,33 केवी पर फाल्ट है या मेंटेनेंस का कार्य प्रगति पथ पर है जैसी बहाने बाज़ी आम बात बन गयी है।कल रात तो हद्द ही हो गयी सुबह ट्री कटिंग के नाम पर 7 घँटे बिजली गुल रही जब आयी तो 2 बजे तो फिर 4 बजे चली गयी फिर तो उसका आना जाना सात बजे तक चलता रहा और फिर बरसात के बाद जो गुल हुई तब सारी रात गांव अंधरे में डूबा रहा यह कौनसी व्यवस्था है जो जनता को त्रस्त करते उनका दिन का चैन रात की नींद तक उड़ा दे।उसी में यहाँ के कर्मियों व अधिकारियों में कोई तार तमय ही नही कर्मी कहते है फॉल्ट है अधिकारी कहते है पूछ के बताता और सब स्टेशन पर फोन करने पर पता चलता है कि पुलगांव से बंद है और अधिक जानकारी में यह भी सुना जाता है कि यह लाइन बहुत पुरानी है जिससे केबल खराब होना बिजली गुल होने का कारण है।यह सब बाते सम्बंधित विभाग की उपभोगताओं को फाल्ट,तार टूटने या ब्रेक डाउन के नाम पर घण्टो की अघोषित बिजली की लोडशेडिंग की छुपी साजिश तो नही ऐसा आरोप बिजली की आंख मिचौली से त्रस्त नागरिकों ने बिजली विभाग पर लगाया है।जब यह पुलगांव की लाइन जूनी व केबल/तार जीर्ण या खराब ही हो रहे हैं तब अब तक बिजली विभाग ने इन्हें बदलने कोई कदम क्यो नही उठाये और पर्यायी व्यवस्था करने में पहल की क्यो उपभोगताओं को जानबूझकर बिजली की अघोषित कटौती से गुजारा जा रहा जैसे सवाल लोग पूछ रहे है अब भी समय रहते व्यवस्था करें व तलेगांव में सबस्टेशन स्थापित कर इस असुविधा से मुक्ति दिलाये।
पुलगांव से होती है 33 केव्ही कि देवगांव तक सप्लाय,इसी लिए होती है ग्राहकों को परेशानी।।
बता दे कि यहाँ की बिजली कि 33 केव्ही लाइन यह वर्धा जिला के पुलगाव से देवगांव सब स्टेशन में आकर उसे तलेगांव,शेंदुर्जना खुर्द, घुइखेड़,वाढोना, महिमापूर,मलातपुर आदि गांव तक वितरित किया जाता है।उसि मे अगर पुलगांव में कोई दिक्कत आये तब वहां से देवगांव की भी सप्लाय मनमानी ढंग से बंद की जाती है।वही यहाँ की यह बिजली की लाइन 1960 से भी अधिक समय जूनी है जो वर्धा नदी के तट से विटाला, बोरगांव,कसाखेड़,भातकुली,बोरवाघड़, उसलगावहांन, नागापुर-देवगांव तक जंगलों से आती है।जिसमे इस 25/28 किलोमीटर दूर से जंगलों में कई पेड़,झाड़ियों के साथ ही नाले,नदी आदि होने से कोई फाल्ट या दिक्कत आने पर उस जगह जाना भारी कसरत भरा होता हैं जिससे अहतेयाती तौर पर पुलगांव वाले बंद कर इस देवगांव(धामणगांव तहसील जिला अमरावती) वासी उपभोगताओं को परेशान करते है ऐसा लगता है।सम्बंधित विभाग पुलगांव से देवगांव आने वाली यह तकलीफदेह बिजली की सप्लाय को धामणगांव से जोड़े व उसके लिए कागज़ी कार्यवाही करें जिससे तलेगांव व आसपास के गांव को हो रही बेवजह तककिफ़ व परेशानी से निजात मिले ऐसी मांग त्रस्त बिजली उपभोगताओं ने की है।