चांदूर रेल्वे / हाल ही में राज्य सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया,जिस में महाराष्ट्र राज्य में लाडली बहन योजना लागू की गई, इस योजना के अंतर्गत 21 वर्ष से 60 वर्ष तक की आयु वाली महिलाओं के लिए (योजना की अट और शर्त अनुसार ) हर महिला को 1500/ रु प्रति माह देने की घोषणा सरकार द्वारा की गई,
इस योजना का लाभ पाने के लिए जरूरी कागजातों पूर्तता करने के लिए ग्रामीण तथा शहरी महिलाओं की तहसील कार्यालय, पटवारी ऑफिस, बैंक, सेतु केंद्र, में भीड़ देखी जा रही है, लेकिन इस भीड़ के कारण शालीय विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,
हाल ही में तहसील तथा शहर के स्कूल कॉलेज का शैक्षणिक सत्र शुरू हुआ, जिस कारण विद्यार्थियों को जात प्रमाण पत्र, नॉन क्रिमिलियर,डोमिसाइल, उत्पन्न का दाखिला (आय प्रमाण पत्र) जैसे दाखिले बनवाने हैं, जिसके लिए विद्यार्थियों को पटवारी ऑफिस, तहसील कार्यालय, सेतु केंद्र में जाना पड़ता है, लेकिन यहां पहले से ही लाडली बहन योजना के लिए महिलाओं की हाय तौबा गर्दी देखी जा रही है, जिस कारण विद्यार्थियों को ऊपरी दाखिले बनवाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तहसील कार्यालय हो रही गर्दी के कारण यहां वाहन खड़े करने तक के लिए जगह नहीं,वहीं यहां पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है, वहीं विद्यार्थियों को भी शालिय काम के दाखिले बनवाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है,