चांदूर रेल्वे /गरीब जनता के स्वास्थ्य की जांच करने हेतु सरकार द्वारा ग्रामीण अस्पताल की निर्माण की जाता है ,ताकि गरीब जनता को महगे अस्पताल न जाना पड़े , लेकिन स्थानिक ग्रामीण अस्पताल में इन दोनों दवाइयां की कमी के कारण मरीजों की गैरसोय से हो रही है,पर्याप्त दवा न मिलने के कारण उन्हें परेशानी झेलने के साथ-साथ खाजगी अस्पताल की ओर रुख करने की नौबत आन पडी है , सर्द हवा के चलते शहर में इन दोनों सर्दी, खांसी, कफ ,होने जैसी बीमारी अपने पैर पसार रही है , जिसके शिकार छोटे बच्चे हो रहे हैं , स्थानीय ग्रामीण अस्पताल के ओपीडी में रोज 400 के आस पास मरीज आने की जानकारी मिली है ,उपरोक्त बीमारी के लिए महत्वपूर्ण दवा कफ सिरप , तथा छोटे बच्चों को लगने वाली औषधि पिछले कई दिनों से अस्पताल में नहीं है , वही आने वाले मरीजों को cetirizine, amoxicillin, paracetamol, जैसी औषधि दी जा रही है, जिसका मरीजों के स्वास्थ्य पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है, औषधि कम होने की बात यहां के डॉक्टर स्वीकार भी कर रहे हैं, लेकिन ऊपर से दवाइयां ना आने के कारण उनके भी हाथ बंधे हुए हैं वही अस्पताल में एकमेव एक्स-रे मशीन भी कई दिनों से बंद पड़ी थीं ,जो अभी अभी दुरुस्त की गई , इसी के चलते पर्याप्त उपचार न होने के चलते आम जनता को खाजगी की दवाखानों का रूख अपनाना पड़ रहा है,
फिलहाल अस्पताल में कुछ दवाइयां की कमी है , जिसकी हमने डिमांड की , दवाई आने के बाद उसका मरीजो को वितरण किया जाएगा .
आतिश पवार, प्रभारी वैद्यकीयअधिकारी ग्रामीण रुग्णालय चादूर रेलवे