तलेगांव दशासर।।स्थानीय ग्राम की ज़िप. माध्यमिक शाला व कनिष्ठ महाविद्यालय में स्थापित उर्दू माध्यम की कक्षा 8 वी से 10 वी तक के छात्रो का भविष्य शिक्षकों की कमी से अँधेरे मे डूबता दिखाई दे रहा है।यहाँ की इस उर्दू माध्यम की हाई स्कूल में कक्षा 8 में 12 कक्षा 9 मे 17 तो कक्षा 10 वी में 23 कुल 52 छात्र शिक्षारत है मगर यहाँ से पिछली बदली प्रक्रिया मे दो शिक्षकों में से एक शिक्षक का तबादला किया गया है जिससे मात्र एक शिक्षक के भरोसे इन तीन कक्षाओं का भार अपने आप मे एक अजूबा लग रहा जो जिप. शिक्षा विभाग की अनदेखी का ही कारण कहा जायेगा।बता दे जिप. की इस माध्यमिक शाला व कनिष्ठ महाविद्यालय में पिछले दिनों 7 शिक्षको के तबादले किये गए किंतु मात्र एक ही शिक्षक दिया गया जिसमें उर्दू माध्यम के एक शिक्षक सहित मराठी माध्यम के छह लोगों का समावेश रहा।इस शाला में पिछले कुछ सालों से उर्दू माध्यम कक्षा 8,9,10 वी हेतु गणित का शिक्षक ही नही और पूर्व सत्र तक दो शिक्षकों में से एक शिक्षक का तबादला कर अन्यत्र भेजा गया है।इस शाला में शिक्षरत छात्रो के अभिभावकों ने जिप. शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े करते हुए पूछा है कि क्या उर्दू भाषीक छात्रो को शिक्षा का अधिकार नही या शिक्षा विभाग उर्दू स्कूलों को बंद करने की सोची समझी साजिश के तहत ही जिला प्रशासन की सबसे बड़ी व पुरानी शाला को बंद करने के लिए ही शिक्षकों की कमी करने की कोशिश तो नही कर रहे हैं?आदि सवाल यहां उर्दू भाषिको द्वारा प्रशासन पर किए उठाये जा रहे हैं।जिप. प्रशासन प्रथामिकता से इस उर्दू माध्यम की तलेगांव जिप. माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों का टोटा दूर करें व छात्रो के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ की दखल लेने कि मांग है।